Rejections से कैसे निपटें

नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी में किसी व्यक्ति द्वारा ना कह दिये जाने पर हमें बुरा तो बहुत लगता है लेकिन इसमें उसकी कोई गलती नहीं होती है क्योंकि अभी वह इस बिज़नस की ताकत को समझा नहीं है (उसे पता नहीं की हम उसे हीरा देने जा रहे हैं और वह इसे कोयला समझता है) और बार-बार मना करने पर ग्लोबल ब्लैक डायमंड अक्शी दत्ता सिंह जी कहती है उनके शब्दों में:-   

यार जब मैं एक करोड़ रुपए महीने का कमाऊगी तब मेरे पास आना यह सब क्या फालतू बात है इन लोगों ने जो कहा इन्होंने फालतू बातें मेरे को बोली आज जो इन लोगों ने मुझे रिजेक्ट किया मुझे भाग दिया|असल में मुझे रिजेक्ट थोड़ी किया इन्होंने तो अपनी किस्मत को रिजेक्ट किया की ये उस समय मेरे साथ नहीं आए इस बिजनेस में नहीं तो आज वह भी किसी लेवल पर होते|

दोस्तों रिजेक्शन इस बिज़नस का एक हिस्सा है पार्ट ऑफ लाइफ बहुत से लोग रिजेक्शन से डरते हैं उन्हें लगता है की मैंने यह काम स्टार्ट किया है और मुझे यहां तो रिजेक्शंस मिलती जा रही है अब मेरा क्या होगा क्या मैं इस कम में आगे बड पाऊंगी या नहीं|

आप किसी भी चीज को स्टार्ट करोगे तो सबसे पहले आपको आपके घर वाले ही आपके सामने एक रिजेक्शन बन के खड़े हो जायेंगे जैसे मेरे आगे भी ऐसे ही बहुत सारे चैलेंज आए थे| मेरा जो बड़ा भाई है उसने मेरे को चांटा मार दिया था|जो बिजनेस मैंने स्टार्टअप किया है मेरे भाई ने कहा यह सब काम ना हमारे घर की लड़कियां नहीं करेंगी हमारे घर की लड़कियों को यह सारे काम शोभा नहीं देते|

फिर मैंने कहा यार यह मेरा भाई तो नहीं करने वाला मेरे साथ इस बिजनेस को|

शुरुआत में मैं मैंने अपने मामाजी से बात की तो मामा जी ने बोला यह पता है बेवकूफ बनाने का बिजनेस है पहले खुद बेवकूफ बनो फिर दुसरे को बेवकूफ बनाओ और फिर वो आगे इस तरह बेवकूफों की टीम खड़ी हो जाएगी|

तो मुझे भी इतने सारे रिजेक्शंस मिले अगर मैंने 19 साल की उम्र में अपने करियर को स्टार्ट किया था इस बिजनेस के जरिये तो मेरे साथ कोई नहीं था फैमिली, फ्रेंड्स, रिलेटिव्स, पड़ोसी हर कोई मुझे रिजेक्ट करता था| सब मुझे बच्चा समझ के भाग दिया करते थे बोलते थे- बेटा अभी तेरे को नासमझी है तेरे को किसी ने बहकाकर भेज दिया होगा इन सब फालतू के चीजों में मत पड़| इन सब चीजों में कुछ नहीं रखा, अपनी जिंदगी बर्बाद कर लेगी|

मैंने इन सारे बातों को अनदेखा किया क्योंकि मैं एक ट्रेनिंग प्रोग्राम में गई थी जिसको बोलते हैं:

SW SW SW SW SW SW जिसका मतलब होता है:

SOME WILL,

SOME WON’T,

SO WHAT,

SOME WHERE,

SOMEONE IS WAITING,

START WORKING

कोई हमारे साथ हमारे बिजनेस में आएगा कोई हमारे साथ हमारे बिजनेस में नहीं आएगा तो क्या हुआ| अगर हम काम करते रहेंगे तो हमें अपने जैसे लोग अट्रैक्ट करेंगे ही करेंगे हम उन लोगों को अपने साथ लेंगे जो हमारे ही जैसे सोचते है|

कुछ पैसे के लिए काम करेंगे, कुछ मान सम्मान के लिए काम करेंगे, कुछ फॉरेन ट्रिप (विदेश यात्रा) की चाहत होगी, कुछ कार लेने के लिए इस बिज़नस को करेंगे सबकी अपनी-अपनी इच्छा होती है|  

तो हमें अपने जैसे लोग मिलते जाएंगे लेकिन हमें सिर्फ अपना काम करते रहना है- कंसिस्टेंसी के साथ अगर हमने ये सारी चीज करी तो डेफिनेटली जो हमारा बिजनेस है या कोई भी चीज है उसमें हमें कोई भी पीछे नहीं कर सकता अगर हम हमेशा उसी चीज को करने में लगे रहेंगे तो सफल जरुर होंगे|

अब मैं आपको कुछ टिप्स देना चाहूंगी की हम अपने रिजेक्शंस को कैसे हैंडल कर सकते हैं|

सबसे पहले हमारे पास एक गोल होना चाहिए| क्योंकि जब हम बिज़नस दिखाने जाते हैं तो लोग हमें भागा देते हैं वह हमसे दूर चले जाते है| हमारे गोल अगर हमारे पास है “एक स्ट्रांग गोल” One Strong Goal है तो हमें किसी की रिजेक्शन से कोई फर्क नहीं पड़ेगा की वह क्या बकवास कर रहा है उससे हमें कोई फर्क नहीं पडने वाला हम सिर्फ अपने गोल की तरफ आगे बढ़ते जाते हैं बढ़ते जाते हैं|

Rejections से कैसे निपटें?- हमें कोई रिजेक्शन की भी दिक्कत नहीं दिखाई देती है जैसे मैंने अपने लिए गोल रखा था की मैं अपने मम्मी पापा को उनकी 25वीं सालगिरह पर एक कार गिफ्ट करूंगी जब मैंने इस गोल को डाला तो मेरे साथ बहुत सारे चैलेंज आए जैसे लोगों ने मुझे भाग दिया, माना कर दिया|

कभी-कभी तो मैं मीटिंग्स करने के लिए जाती थी और छोटा समझकर वह लोग कहते थे- तू ना बच्चों के साथ अंदर जा के टीवी देख अंकल चिप्स खाले और फिर मेरी आंटी जो मुझे वहां पर ले के गई थी वह बोलती थी यही तो हमारी लीडर है जो आई है मीटिंग करने के लिए तो कभी-कभी तो मेरे साथ ऐसा भी हुआ लेकिन इन सारी चीजों से मैं कभी घबरा ही नहीं डरी नहीं क्यों क्योंकि मुझे पता था मेरा गोल एकदम क्लियर है

दूसरी चीज अगर आप एक स्ट्रांग पर्सनालिटी है तो कोई रिजेक्शन, कोई भी चीज ना आपको नीचे नहीं कर सकती, कभी भी नीचे नहीं गिरा सकती| जितने आपके पास रिजेक्शन आएंगे उतने आप स्ट्रांग बनोगे अगर आप सच में लाइफ में कुछ बहुत बड़ा करना चाहते हो क्योंकि रिजेक्शन एक तरीके से अच्छा होता है जब लोग आपको माना करते हैं ना| आप जितना ज्यादा लोगों से ना सुनते हो यानि तमाचे खाते जाते हो तो आप ऊतने अंदर से स्ट्रांग होते जाते हो आप बहुत कुछ सीख जाते हो|

वह रिजेक्शन कब आएंगे जब हम चलते रहेंगे आगे को चलते रहेंगे और साथ ही साथ रिजेक्शन को ओवर कम करने के लिए हम और क्या कर सकते हैं जो हमारे रिजेक्शंस है कभी भी हमें ना उनको अपने दिल पर नहीं लेना है|

अगर कोई हमें रिजेक्ट करते हैं तो हमें जो लास्ट, हमारा फाइनल गोल है वह हमें क्लियर होना चाहिए की यार जब मैं एक करोड़ रुपए महीने का कमाऊंगी तो मेरे को फिर यह इन लोगों की जो इन्होंने फालतू बातें मेरे को बोली आज जो यह जो मुझे रिजेक्ट किया यह असल में अपने किस्मत को रिजेक्ट किया|

यह उस समय मेरे साथ नहीं आए (इस बिजनेस में) तो हमें कभी भी ना इन चीजों को बहुत ज्यादा दिल पे नहीं लेना है| इन चीजों को बहुत ज्यादा नोटिस नहीं करना है हमें सिर्फ आगे बढ़ते रहना है बढ़ते रहना है|

और यही दोस्तों मैंने किया और इसी के करण आज मैं एक मर्सिडीज़ में घूमती हूं आज मैं अपने मम्मी पापा को 70 लाख रुपए का घर दे चुकी हूं आज जब मेरे पापा स्टेज पे जाके बोलते हैं ना रिश्ते में तो हम अक्शी के बाप लगते हैं नाम है राजीव दत्ता अपना कल चश्मा लगाके तो वो जो फीलिंग है ना वो उन सब रिजेक्शन से कहीं ज्यादा ऊपर है|

How to handle rejections? “Rejections से कैसे निपटें” और आप सबको कहना चाहूंगी की आप रिजेक्शन को साइड करो और अपने गोल पर फोकस करो तभी आप अपने सपनो को पा सकते हो| वही काम मैंने किया और मैं निरंतर आगे बढ़ते जा रही हूँ|  

आज में 29 साल की उम्र में अपने सारे के सारे ड्रीम्स को पूरा कर चुकी हूं|

तो दोस्तों आपको एक बोनस टिप देना चाहूंगी अंत में, जब भी आपका मन करें की मैं इस बिजनेस को छोड़ दूँ या बहुत ज्यादा मायूसी आए तब आप अपने upline से मिले अपने बिज़नस गुरु से मिले उनसे जाकर एक बार जरूर बातचीत करें उनसे एक बार सॉल्यूशन जरूर मांगे और उसके बाद आप फाइनली डिसाइड कर सकते हैं की आपको आखिरकार करना क्या है?

क्योंकि जो भी एक अच्छा गुरु होगा वो कभी भी आपको किसी चीज के लिए आप जो भी फील्ड में काम कर रहे हैं वह आपको क्यूट (छोड़ने) नहीं देगा और आपके इस बिजनेस को आगे तक लेकर जाएगा ही जाएगा| थैंक यू!

Rejections से कैसे निपटें…

See you on the stage…

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